अभ्यर्थी ने कहा की पेपर कराने वाली एजेंसी ने एक Normalization करना ये सब ही भ्रस्टाचार कराने की चाल है ।

अगर आपको पता न हो तो की Normalization क्या हम आपको बता दे की Normalization एक प्रक्रिया है

जिसमे की कोई अभ्यर्थी किसी भी सेट का पेपर दे तो तो उसके पेपर का रिजल्ट तो उसी टाइम मिल जाता है पर Normalization से उस पेपर को दुबारा evaluate करते है

जिसमे पता चलता की आपका पेपर कितना सरल या कठिन था अगर एजेंसी को लगता है की पेपर कठिन था तो कितना कठिन था

उसको उस प्रकार से नंबर दिया जाता है यही Normalization की प्रक्रिया है।

पटवारी टॉपर पूजा रावत ने कहा की हमारी इतनी औकात नहीं है की 15 लाख दे सकें ।

और देखा जाय तो कुछ हद तक ये बात भी सही है की कुछ दोषियों की वजह से सबको सजा मिले ये तो कहीं का न्याय नहीं

इसलिए बहुत से लोगों का कहना है की जिन्होंने ये परीक्षा पास कर ली ये सरकार को ऊनहे जल्द से जल्द नियुक्ति देनी चाहिए ।

अलग अलग संगठन अपना अलग अलग मत दे रहे हैं 

इन सब से दूर देखा जाय तो लोग इस मुद्दे को चुनाव से जोड़ रहे हैं । 

आपका क्या मत है आप हमारे साइट पर आकार कमेन्ट करके बता सकते हो